नई दिल्ली। भारत की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत रविवार को अपने पहले कमर्शियल रन पर रवाना हो गई। इससे पहले ट्रेन ने दिल्ली से वाराणसी की अपनी उद्घाटन यात्रा सफलतापूर्वक पूरी कर ली थी। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर इस ट्रेन को रवाना किया था। रेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि उद्घाटन यात्रा के बाद ट्रेन शनिवार को वाराणसी से दिल्ली लौट रही थी। तभी टूंडला स्टेशन से 18 किमी आगे चमरौला स्टेशन पर किसी बाहरी टक्कर की वजह से आखिरी चार कोचों और बाकी ट्रेन के बीच संचार प्रणाली बाधित हो गई। लिहाजा ट्रेन की सेफ्टी प्रणाली ने ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। ट्रेन में आई खराबी की जांचकर उसे दिल्ली ले आया गया। दिल्ली स्थित मेंटीनेंस डिपो में ट्रेन की संचार प्रणाली में आई खराबी और अन्य प्रणालियों की अच्छी तरह जांच की गई। ट्रेन के अगले दो हफ्तों के टिकट बुक हो चुके हैं। दिल्ली से वाराणसी तक एसी चेयरकार का टिकट 1760 रुपए है, पहले यह राशि 1850 रुपए तय की गई थी, जिसे बाद में रेलवे ने घटा लिया। एक्जिक्यूटिव क्लास का किराया 3310 रुपए है। इसी तरह वापसी में चेयरकार का 1700 रु और एक्जिक्यूटिव क्लास का 3260 रु होगा। दोनों किराए में कैटरिंग शुल्क शामिल हैं । इस ट्रेन के चेयरकार का किराया इतनी ही दूरी की शताब्दी के किराए से 1.4 गुना और एक्जिक्युटिव क्लास का 1.3 गुना ज्यादा है। हालांकि वंदे भारत एक्सप्रेस में टिकटों पर किसी तरह की रियायत नहीं मिलेगी जैसा कि दूसरी ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को मिलती है। इस कारण उन्हें वयस्क की तरह टिकट का पूरा किराया देना होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को खाना लेना ही पड़ेगा। इसके लिए उन्हें 399 रुपये तक चुकाने पड़ेंगे। हालांकि कम दूरी तक यात्रा करने वाले यात्रियों को इससे छूट होगी।