रायपुर।शहरीकरण की चुनौतियों के मध्य जन आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से 25 अप्रैल 2016 को स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत हुई है। रायपुर शहर को सिटी चैलेंज के अधीन राष्ट्रीय स्तर पर हुई प्रतिस्पर्धा के बाद, दूसरे चरण में 16 सितंबर 2016 को स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत चयनित किया गया है। मिशन मोड पर रायपुर नगर निगम के साथ मिलकर रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड, जन सुविधाओं के विस्तार व उन्नत तकनीक से जन आवश्यकता को पूरा करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। गत वर्ष के जीवन सूचकांक सर्वेक्षण में स्मार्ट सिटी रायपुर को देश के सर्वश्रेष्ठ 07 निवास योग्य शहर के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके लिए रायपुर के प्रबुद्ध जन प्रतिनिधि, शहर विकास में हमेशा अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन कर रही स्थानीय मीडिया व आम नागरिकों की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिन्होंने सुविधाओं के उत्तरोत्तर उन्नयन हेतु गंभीरता से प्रयास किया है।
जीवन सुगमता सूचकांक-2019 का सर्वेक्षण 1 फरवरी 2020 से प्रारंभ हो चुका है। आगामी 29 फरवरी तक आम नागरिकों से प्रतिक्रिया ली जा रही है। कोई भी नागरिक http://Eol2019.org/citizenfeedbackलिंक पर जाकर अथवा निर्धारित क्यू.आर. कोड को स्कैन करने के बाद राज्य, शहर, नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, लिंग, व्यवसाय संबंधित जानकारी दर्ज कर कुल 24 प्रश्नों पर अपनी प्रतिक्रिया देकर इस सर्वेक्षण में अपनी सहभागिता दे सकेंगे। वर्तमान सर्वेक्षण में इस बार 52 सूचकांक के साथ 94 डाटा प्वाॅइंट शामिल है। इसके अलावा 101 नगरीय निकाय प्रदर्शन सूचकांक के साथ 151 डाटा प्वाॅइंट भी पहली बार सर्वेक्षण में शामिल किए गए हैं। यह सर्वेक्षण मूलतः जीवन स्तर, आर्थिक सामर्थ्य, सेवाओं की निरंतरता जैसे 3 घटकों पर आधारित है। जीवन स्तर घटक को 14 श्रेणियों में विभक्त किया गया है, जिनका आंकलन 50 सूचकांक के माध्यम से किया जाएगा। इस श्रेणी में हर नागरिक के बेहतर जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं जैसे स्वच्छ पेयजल, अबाधित विद्युत आपूर्ति, सुगम्य सड़कों का निर्माण जैसे विषय सम्मिलित है। आर्थिक सामर्थ्य की श्रेणी में नागरिकों को उनके आर्थिक सामर्थ्य के अनुरूप उपलब्ध शहरी परिवहन, आवास, चिकित्सा जैसे कारकों को शामिल किया गया है। सेवाओं की निरंतरता की तीसरी श्रेणी में ऊर्जा, नैसर्गिक संसाधनों के संरक्षण, हरित क्षेत्र की उपलब्धता व उपलब्ध संसाधनों के योग्य नियोजन को स्थान दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि सर्वेक्षण में पहली बार शामिल नगरीय निकाय प्रदर्शन सूचकांक को पांच घटकों में विभक्त किया गया है। इसके अंतर्गत शहरी सेवाओं, वित्त, तकनीक, योजना व प्रशासन के बिन्दुओं को सेक्टर में विभक्त कर सूचकांक का आकलन किया जाएगा। सेवाओं के अंतर्गत लोक जरूरतों की पूर्ति हेतु सुलभ सुविधाएं जैसे- स्वच्छता, पेयजल, आवास, कचरे के व्यवस्थापन आदि शामिल है। वित्त श्रेणी में शहर विकास हेतु राजस्व की पूर्ति एवं व्यय के बेहतर प्रबंधन पर जोर दिया गया है। तकनीकी श्रेणी में उन्नत तकनीक का प्रयोग कर नागरिक सुविधाओं को बेहतर व स्मार्ट बनाने के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली जा रही है। शहरी योजना व सुशासन की श्रेणी में, इस आधार पर उपलब्ध नागरिक सुविधाओं की सुगम व सरलीकृत व्यवस्था का आंकलन होगा।
उन्होंने बताया कि इन दोनों सूचकांक के माध्यम से सुविधाओं को उन्नत बनाने अपनाई जा रही प्रक्रिया का आंकलन कर नगर विकास की रूपरेखा के निर्धारण में इस सर्वेक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। देशभर के सभी स्मार्ट सिटी के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से जहां अन्य शहरों में जन सुविधाओं में गुणात्मक सुधार के लिए उपयोगी सूचनाओं का आदान-प्रदान होगा, वही अपने शहर को फीडबैक देकर सुविधाओं के उन्नयन में आम नागरिक अपनी सहभागिता देंगे। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर पालिक निगम मिलकर अधिकांश नागरिक अपना फीडबैक दें, यह सुनिश्चित करने के लिए अपना रोडमैप भी तैयार किया है, जिसके आधार पर जनप्रतिनिधियों, युवाओं, सामाजिक, स्वयं सेवी संगठनों, औद्योगिक, व्यापारिक समूहों सहित सभी संस्थाओं की सहायता लेकर नागरिकों को प्रेरित किया जाएगा। रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सभा कक्ष में आयोजित इस पत्रकार वार्ता में महाप्रबंधक (तकनीकी) एस.के. सुन्दरानी एवं महाप्रबंधक (जनसंपर्क) आशीष मिश्रा उपस्थित थे।