लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में चल रहा प्रदर्शन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा शहरों में हिंसक हो गया। उग्र भीड़ ने वाहन फूंके और पुलिस पर पथराव किया। आमने-सामने की फायरिंग में मेरठ, कानपुर, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर और संभल में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि बिजनौर और संभल में दो-दो लोगों की मौत की खबर है। बिजनौर में हुई मौत की पुष्टि नहीं हो सकी है, दर्जनों पुलिस कर्मी जख्मी हुए हैं। शुक्रवार को पूरे प्रदेश में इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं, जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, प्रदेश सरकार ने जिलों में सतर्कता बढ़ा दी है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि हर जिले में पीएसी व रैपिड एक्शन फोर्स की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात करने का फैसला किया गया है। गुरुवार को लखनऊ में हुई जबरदस्त हिंसा के बाद शुक्रवार को पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट कर दिया गया था। शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जुमे की नमाज तो शांति पूर्ण ढंग से हुई लेकिन बाद में भीड़ धरना-प्रदर्शन पर अड़ गई, कई स्थानों पर जुलूस निकालने की मांग की गई, जिसे पुलिस ने सख्ती से रोका। प्रदर्शनकारी नागरिक संशोधन कानून वापस लेने की मांग के साथ ही प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, फिरोजाबाद, बरेली, मुरादाबाद, हापुड़, बुलंदशहर व अमरोहा में प्रदर्शनकारियों की पुलिस से हिंसक झड़पें हुईं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जौनपुर, बहराइच, अयोध्या, गोण्डा समेत एक दर्जन जिलों में प्रदर्शनकारियों की पुलिस से संघर्ष हुआ। सुलतानपुर तथा सीतापुर के लहरपुर में उपद्रवियों ने पथराव किया। कानपुर में नमाज के बाद उपद्रवियों और पुलिस के बीच फायरिंग हुई, इसमें एक व्यक्ति की जान चली गई जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, फरुर्खाबाद में नमाज के बाद भीड़ ने मुख्य बाजार में पथराव किया। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू के गोले छोड़े। भदोही में जुलूस निकाल रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की। फिरोजाबाद में बेकाबू भीड़ ने नालबंदान पुलिस चौकी फूंक दी और अंधाधुंध फायरिंग की, एक की मौत हो गई। 14 वाहनों के साथ-साथ कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों के बीच फंसे एसपी और डीएम को पुलिस ने बमुश्किल निकाला। वाराणसी में नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतरे तो पुलिस से नोकझोंक हुई। गोरखपुर में भी नमाज के बाद भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस पर पथराव किया। जौनपुर में बड़ी मस्जिद व अटाला मस्जिद से जुलूस निकालने की कोशिश पर युवाओं की पुलिस से भिड़ंत हुई, बरेली के फरीदपुर में नमाज के बाद जुलूस निकालने की कोशिश करते लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया। बिजनौर में उपद्रवियों ने पुलिस की जीप व बाइक को आग लगा दी। मुजफ्फरनगर में नमाज के बाद जुलूस निकालने पर आमादा भीड़ अनियंत्रित हो गई। कई जगह आगजनी व पथराव हुआ। संभल में कुछ देर के लिए दंगे जैसे हालात बन गए। बेकाबू भीड़ ने बाइक समेत कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम थी, लिहाजा वे असहाय नजर आए। देखते-देखते बवाल शहर के कई हिस्सों में फैल गया। अलीगढ़ के शाहजमाल इलाके में नमाज के बाद भीड़ ने पथराव किया। हाथरस के सिकंदराराऊ में भीड़ ने साथियों को पुलिस से छुड़ाने की कोशिश की, संभल के चंदौसी में भी दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए। जमकर पथराव हुआ। मुरादाबाद में व्यापारियों ने जुलूस निकाल रहे लोगों का विरोध किया, दोनों ओर से पथराव हुआ, अमरोहा में भी भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया।