रायपुर। केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग नई दिल्ली ने पूर्वानुमान जारी किया था कि अंडमान से 29 मई तक मानसून आगे बढ़ जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ है। अभी भी मानसून अंडमान में ही अटका हुआ है। अगर यह ऐसे ही विलंब से आगे बढ़ता रहा तो समझिए की मानसून रायपुर इस बार 20 जून के बाद ही पहुंचेगा। यह 12 साल पहले यानी 2007 की याद दिलाता है। तब मानसून दो-तीन जून के करीब केरल पहुंच गया था, मगर स्थिति यह हुई कि यह केरल में अटक गया। जगदलपुर का तापमान 44 डिग्री जा पहुंचा तो दिल्ली तक हड़कंप मच गया। रायपुर मौसम विज्ञान विभाग से तमाम डाटा मंगवाया गया। वह इसलिए क्योंकि छत्तीसगढ़ के रास्ते ही मानसून उत्तर भारत की तरफ आगे बढ़ता है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 20 जून के बाद मानसून पहुंचा था। परिस्थितियां बिल्कुल ऐसी ही बनी हुई हैं। हालांकि जगदलपुर में बुधवार को 60 मिमी बारिश हो गई। यह मानसून नहीं बल्कि द्रोणिका, ऊपरी हवा के चक्रवात के चलते हुए। चाहे जो भी हो मगर आज जगदलपुर का पारा 35.2 डिग्री हो गया। रायपुर का पारा भी अंधड़ व हल्की बारिश के चलते 43.0 पर है। दूसरी तरफ दुर्ग, राजनांदगांव में शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई थी। मगर राजनांदगांव इस सीजन में दूसरा सबसे गर्म जिला बना। यहां पारा 46 डिग्री दर्ज हुआ। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगर मानसून नहीं आगे बढ़ा तो जून में अच्छी गर्मी पड़ सकती है। रायपुर में शुक्रवार की शाम होते-होते हल्के बादल छाने, अंधड़ और हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। दूसरी तरफ प्रदेश के कुछ स्थानों पर अंधड़ की अति संभावना का पूर्वानुमान जारी किया है। मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां नहीं मिल रही हैं, इसलिए यह अंडमान में है। वह कब तक केरल पहुंचेगा, इस पर कुछ भी कह पानी अभी मुश्किल है। बारिश अच्छी होगी, उसे मानसून में देरी से जोड़कर न देखें। – एचपी चंद्रा, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी, लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र।