रायपुर। एग्जिट पोल से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कांग्रेस की एकतरफा जीत को लेकर किया गया दावा कमजोर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को बघेल जहां भी गए, उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि एग्जिट पोल एक बार फिर फेल हो जाएगा और कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में एकतरफा जीत मिलेगी। एग्जिट पोल पर भरोसा न करते हुए, मुख्यमंत्री ने सीएम हाउस में कुछ मंत्रियों, विधायकों और पार्टी के नेताओं से अलग-अलग चर्चा कर संभावित नतीजे को जानने की कोशिश की। चर्चा का दौर लगभग तीन घण्टे चला। ज्यादातर एग्जिट पोल में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 11 लोकसभा सीटों में से 3 से 4 सीट मिलने की संभावना जताई जा रही है। सोमवार को मुख्यमंत्री बघेल ने राजधानी में अपने सरकारी निवास पर बैठक ली। इसमें उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी पर बात की। इसके बाद दोपहर 12:30 बजे से शाम लगभग 4 बजे तक मुख्यमंत्री ने पार्टी के नेताओं, अपने सलाहकारों के साथ एग्जिट पोल पर चर्चा की। कवासी लखमा समेत कुछ मंत्री और विधायक भी सीएम हाउस पहुंचे थे। सीएम ने मंत्रियों से उनके प्रभार वाले जिले और उसके अंतर्गत आने वाली लोकसभा सीटों पर आने वाले नतीजे की संभावना को टटोला। इस बीच मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों के साथ लंच भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री न्यू सर्कटि हाउस पहुंचे, जहां बायोफ्यूल पर कार्यशाला हुई। यहां भी सीएम के चेहरे और बॉडी लेंग्वेज से जरा भी ऐसा नहीं लगा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को उनकी उम्मीद से कम सीटें मिल रहीं हैं। सीएम के चेहरे पर हंसी और मुस्कान यथावत दिखी। माथे पर किसी तरह की चिंता नजर नहीं आई। विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल में फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई जा रही थी। कुछ एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर बताई गई थी। कुछ ने तो जनता कांग्रेस को 10 सीट तक दे दिया था। एग्जिट पोल धराशायी हो गए। कांग्रेस ने एकतरफा 90 में से 68 सीटों पर कब्जा किया। मुख्यमंत्री का कहना है कि शाह भाजपा के लिए लक्ष्य तय करते हैं, लेकिन उस लक्ष्य को कांग्रेस पूरा करती है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए यहां 65 प्लस सीट का टारगेट तय किया था। उस वक़्त बघेल ने कहा था कि 65 प्लस वो नहीं, कांग्रेस 65 से अधिक सीट हासिल करेगी। यही हुआ भी, इसलिए अब बघेल कह रहे हैं कि दरअसल शाह भाजपा हैं, कांग्रेस के लिए टारगेट तय करते हैं। बघेल का कहना है, शाह ने लोकसभा में भाजपा के लिए छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटों पर जीत का टारगेट दिया है, लेकिन वह कांग्रेस के लिए है।