आज आमिर खान के 54वां जन्मदिन पर, याद करते हैं उनका सिनेमा का सफर

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मुंबई। आज आमिर खान का 54वां जन्मदिन है। जिदगी के इन 54 सालों में से 36 साल आमिर ने सिनेमा के नाम किये हैं और इन 36 सालों में 31 साल आमिर ने बतौर लीड एक्टर काम किया है। आमिर ने अपनी अदाकारी से भारतीय सिनेमा में एक अलग पहचान बनायी है। नए मानदंड स्थापित किये हैं और नए कीर्तिमान कायम किये हैं। कला और व्यवसाय में कामयाबी का ऐसा तालमेल कम ही देखने को मिलता है। आमिर खान को सुलझा हुआ एक्टर माना जाता है, जो अपने काम के लिए ना सिर्फ़ समर्पित है, बल्कि उसे अलग अंदाज में पेश करने के लिए मशहूर है। आमिर के हिस्से भी फ्लॉप फिल्में आयी हैं। उन्होंने भी कुछ ऐसी फिल्में की हैं, जो सिनेमाई गुणवत्ता के मानकों को ठेस पहुंचाती हैं, मगर आमिर के नाम हिंदी सिनेमा की कुछ बेहद कामयाब और क्लासिक फिल्में भी हैं। अपने करियर के हर दौर में आमिर को ऐसे निर्देशकों का साथ मिलता रहा है, जिन्होंने उनके भीतर के एक्टर को पूरी शिद्दत से उभारने में मदद की और आमिर को एक ऐसे कलाकार के तौर पर स्थापित कर दिया, जिसके पीछे सिनेमाई उत्कृष्टता की लंबी विरासत है। मंसूर खान का आमिर खान के करियर में सबसे अहम योगदान इसलिए माना जाता है क्योंकि उन्होंने आमिर को एक बेहद सफल डेब्यू दिया। मंसूर ने कयामत से कयामत तक से आमिर को बतौर लीड एक्टर लांच किया और इसकी कामयाबी ने रातोंरात आमिर को स्टार बना दिया था। इसके बाद जो जीता वही सिकंदर जैसी स्पोर्ट्स ड्रामा भी मंसूर ने ही डायरेक्ट की थी। फि र राज कुमार संतोषी के साथ आमिर खान ने अंदाज अपना अपना में काम किया है, जो 1994 में आयी थी। इस फिल्म के जरिए आमिर खान के कॉमिक स्किल्स खुलकर सामने आये थे। आमिर खान के करियर को एक अलग आयाम देने में दो निर्देशकों को अहम योगदान रहा है। ये हैं एआर मुरुगादौस और राजकुमार हिरानी। दक्षिण भारतीय सिनेमा के दिग्गज निर्देशक मुरुगादौस ने आमिर को गजनी में डायरेक्ट किया था, जो उन्हीं की तमिल फिल्म गजनी का रीमेक थी। हालांकि तमिल फिल्म भी हॉलीवुड की मीमेंटो से प्रेरित थी। इस फिल्म के जरिए आमिर ने पहली बार किसी साउथ इंडियन फिल्म के रीमेक में काम किया था। यह फिल्म आमिर खान की अदाकारी के अलावा उनके लुक और मार्केटिंग स्ट्रेटजी के लिए मशहूर हुई। मगर, इन सबसे ऊपर गजनी ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को 100 करोड़ क्लब का दरवाजा दिखाया। गजनी ने 114 करोड़ की कमाई की थी और इस तरह आमिर ने हिंदी सिनेमा को पहली 100 करोड़ की फिल्म दी। राजकुमार हिरानी के साथ आमिर खान ने दो फिल्में कीं। पहली बार दोनों 3 ईडियट्स के लिए साथ आये। इस चेतन भगत के उपन्यास फाइव प्वाइंट समवन पर बनी इस फिल्म ने कमाई का नया इतिहास रचा। आमिर ने इस फिल्म से 200 करोड़ क्लब की नींव डाली। 2009 में आयी फिल्म ने 202 करोड़ का कलेक्शन किया था। इसके बाद 2014 में आयी हिरानी की पीके में आमिर ने लीड रोल निभाया। इस फिल्म ने 339 करोड़ का कलेक्शन किया और 300 करोड़ क्लब की शुरूआत की थी। 2016 में आयी दंगल ने एक नए आमिर खान को देखा। कुश्ती कोच महावीर फोगाट की इस बायोपिक के लिए आमिर ने अपने शरीर के साथ बदलाव किये, ताकि अलग-अलग उम्र के किरदार को पर्दे पर जी सकें। नितेश तिवारी निर्देशित ये फिल्म आमिर के करियर की शानदार सफलताओं में से एक है।