जयपुर – केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा है कि पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों का अपने हिस्से का पानी भारत ने रोक दिया है । मेघवाल ने बीकानेर में मीडिया से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान में बहने वाली पूर्वी नदियों के 0.53 मिलियन एकड़ फीट पानी को रोक कर इसे संग्रहित किया गया है। जब भी राजस्थान या पंजाब को इसकी जरूरत होगी उस पानी का उपयोग पीने और सिंचाई के लिए किया जा सकेगा। पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाली तीन नदियों ब्यास रावी और सतलज का अपने हिस्से का पानी रोकने का एलान किया था। मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का यह कदम 1960 की सिंधु जल संधि का उल्लंघन नहीं करता है क्योंकि भारत ने केवल अपने हिस्से के पानी को रोका है। भारत अपने हिस्से के पानी का उपयोग करने का हकदार है । भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में ब्यासए रावी और सतलज नदी के पानी के प्रयोग को लेकर सिंधु जल समझौता हुआ था । इसके तहत भारत को 3.3 मिलियन एकड़ फीट पानी मिला है, जबकि पाकिस्तान को 80 एमएएफ। यहां इस बात पर विवाद है कि इस समझौते के तहत पाकिस्तान को भारत से अधिक पानी मिलता है। ऐसे में यहां सिंचाई में भी इस पानी का सीमित उपयोग हो पाता है। केवल बिजली उत्पादन में ही इसका निर्बाध उपयोग होता है । इसके साथ ही भारत पर परियोजनाओं के निर्माण के लिए भी सटीक नियम बनाए गए