भुवनेश्वर। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना साइक्लोन फैनी तेजी से ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है और अगले एक या दो दिन में यह ओडिशा पहुंचेगा। इससे पहले मौसम विभाग ने राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अपने अलर्ट में विभाग ने कहा है कि ओडिशा के तटों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसका प्रभाव ज्यादातर बौध, कालाहांडी, संबलपुर, देवगढ़ और सुंदरगढ़ में नजर आएगा। कहा जा रहा है कि चक्रवात फेनी, तितली चक्रवात से ज्यादा तबाही मचा सकता है। वहीं गृह मंत्रालय के डिजास्टर मैनेजमेंड डिविजन के अनुसार आज दोपहर तक चक्रवात फेनी उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा और फिर दिशा बदलकर उत्तर और उत्तर पश्चिम की तरफ जाएगा। इसके बाद संभवत: यह गोपालपुर और चांदबली के आसपास सट से टकराएगा। यहां से यह पुरी के दक्षिण की तरफ बढ़ेगा और उस समय हवाओं की रफ्तार 175.185 किमी प्रतिघंटा हो सकती है जो बढ़कर 200 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती है। विभाग के अनुसार गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा में 110.120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं वहीं गजपति, खुर्दा, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर में यह 130 किमी प्रतिघंटे तक जा सकती है। समुद्र का हालात खराब रहेंगे और 2.4 मई के बीच इससे दूर रहने की सलाह दी गई है। खासतौर पर मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। इससे पहले गृह मंत्रालय के नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई। ओडिशा समेत तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश सहित तीन केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार, पुडुचेरी एवं लक्षद्वीप के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। एक मई शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की तरफ गति कर सकता है। इसके बाद उत्तर पूर्व की दिशा में गति करते हुए ओडिशा की तरफ बढ़ने का अनुमान है। चक्रवात फेनी का प्रभाव चक्रवाती तूफान तितली से भी अधिक हो सकता है। इसे लेकर क्षेत्रीय मौसम विभाग, भुवनेश्वर की तरफ से मंगलवार को सूचना जारी की गई है। क्षेत्रीय निदेशक एचआर विश्वास ने बताया कि चक्रवाती तूफान फेनी मंगलवार की सुबह सीवीयर साइक्लोन वेरी का रूप धारण कर चुका है। तटीय ओडिशा के सभी जिलों में दो मई से बारिश शुरूहो जाएगी। तीन व चार को तटीय ओडिशा के सभी जिलों में बारिश होगी। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है। बंदरगाहों में दो नंबर खतरे का निशान लगा दिया गया है। विशेष राहत आयुक्त विष्णुपद सेठी ने बताया कि तीन मई तक चक्रवाती तूफान फेनी ओडिशा तट से टकरा सकता है। ऐसे में तटीय जिलों के जिलाधीशों को सतर्क रहने को कहा गया है। ओड्राफ, एनडीआरएफ तथा दमकल वाहिनी कर्मचारियों को पहले ही वहां पर भेज दिया जाएगा। प्रभावित होने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्य को अग्रिम तौर पर 340.87 करोड़ रुपए राज्य आपदा संचालन कोष में दिए हैं। अनुमान था कि चक्रवात पुरी के सातपाड़ा और चंद्रभागा के बीच ओडिशा तट से टकराएगा। हालांकि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अनुमान लगाया है कि तूफान के कारण भद्रक और बालेश्वर के बीच तट पर भूस्खलन की आशंका है। चक्रवाती तूफान को लेकर पुरी के जिलाधीश ज्योति प्रकाश दास ने उच्चस्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। जिलाधीश ने संभावित प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। जिलाधीश ने स्पष्ट किया है कि जिले के तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों को समय रहते सुरक्षित किया जाएगा। सूखा हुआ खाद्य, जरूरी सामग्री पेयजल, दवाए पशु खाद्य, की व्यवस्था करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।