लोक सभा चुनाव में विपक्षी दलों के साथ आम आदमी पार्टी की नजर अपने प्रचार अभियान पर भी रहेगी। इसके लिए पार्टी हर लोक सभा क्षेत्र में दो सदस्यीय टीम का गठन करने जा रही है। टीम प्रचार की तयशुदा कार्ययोजना पर नजर रखेगी। इसके लिए लोक सभा क्षेत्रों में बने पार्टी कार्यालयों समेत चुनावी रैलियों व नुक्कड़ सभाओं का औचक निरीक्षण करेगी और इसकी रिपोर्ट केंद्रीय इकाई को देगी। इसके हिसाब से पार्टी अपनी चुनावी मुहिम की खामियों को दूर करेगी। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि हर लोक सभा क्षेत्र में दो सदस्यीय टीम गठित की जा रही है। जिस लोक सभा क्षेत्र में टीम के सदस्यों को तैनात किया जाएगा, वह उस क्षेत्र के निवासी नहीं होंगे। टीम के सदस्यों की पहचान सार्वजनिक नहीं की जाएगी। फीडबैक टीम की जिम्मेदारी होगी कि वह अपनी लोक सभा क्षेत्र में पार्टी की चुनावी गतिविधि पर नजर रखे। पार्टी का कहना है कि टीम को देखना होगा कि उसके क्षेत्र में चुनाव अभियान तयशुदा रणनीति के हिसाब से आगे बढ़ रहा है या कहीं कोई अड़चन आ रही है। इसके लिए सदस्य पार्टी कार्यालय, उम्मीदवारों के जन संपर्क अभियान, चुनावी रैलियों आदि का औचक निरीक्षण करेंगे। इसकी रिपोर्ट वह केंद्रीय वाररूम को देंगे। प्रचार अभियान में कोई खामी नजर आ रही होगी तो केंद्रीय वॉर रूम उसे ठीक करने की योजना तैयार करेगा। दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने भी माना कि सातों लोक सभा क्षेत्रों में 14 लोगों के साथ आपातकालीन फीडबैक टीम का गठन किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी पूरी दिल्ली में विजय प्रमुखों की नियुक्ति करने जा रही है। इनकी संख्या करीब 1,38,160 होगी। पहले फेज में सात अप्रैल तक करीब 69080 विजय प्रमुख नियुक्त हो जाएंगे। जबकि दूसरे फेज में 10 मई तक इतनी ही संख्या में अतिरिक्त प्रमुखों की नियुक्ति होगी। इस हिसाब से दिल्ली के करीब 1.40 करोड़ मतदाताओं पर 1,38,160 विजय प्रमुख काम करेंगे। हर विजय प्रमुख का कार्यक्षेत्र तय होगा। प्रदेश संयोजक गोपाल राय के मुताबिक, विजय प्रमुख का वोटर से सीधा संपर्क होगा। वह घर-घर तक पर्ची पहुंचाने के साथ यह भी सुनिश्चित करेगा कि वोटर बूथ तक पहुंचे। हर 100 वोटर पर एक विजय प्रमुख की नियुक्ति होनी है।