रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक विपक्ष की भूमिका निभाने के बाद कांग्रेस सत्तासीन हुई है। कांग्रेस के सत्तासीन होने पर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को सूबे का मुखिया बनाया गया। इसके तुरंत बाद से ही अगला पीसीसी चीफ कौन होगा इसकी तलाश शुरू हो गई थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब नए पीसीसी चीफ की तलाश तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आला कमान नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए महिला या आदिवासी कार्ड खेल सकती है। छत्तीसगढ़ सरकार को जल्द ही 13वें मंत्री के साथ कांग्रेस को नया पीसीसी चीफ मिल सकता है। दिल्ली में सीएम बघेल और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के बीच इसके लिए नामों को लेकर मंथन चल रही है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी के वायनाड से लौटते ही दोनों नेता उनसे मिलकर नामों पर सहमति ले सकते हैं। भूपेश सरकार में अभी सीएम बघेल के साथ कुल 12 मंत्री हैं। 13वें मंत्री का पद खाली पड़ा हुआ है। इसके लिए कई नामों की चर्चा भी चल रही है लेकिन इनमें से किस नाम पर मुहर लगेगी यह पीसीसी चीफ की नियुक्ति से भी जुड़ा हुआ है। क्योंकि जितने नेताओं के नाम मंत्री के लिए चल रहे हैं उन्हीं नेताओं के नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी चल रहे हैं। इसलिए माना जा रहा है कि एक की नियुक्ति के साथ दूसरे का रास्ता भी साफ हो जाएगा। इन दोनों पदों के लिए लगभग आधा दर्जन नेताओं के नाम चल रहे हैं। मंत्रियों की रेस में अमरजीत भगत के अलावा सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू, अमितेष शुक्ल के नाम शामिल हैं जबकि पीसीसी चीफ के लिए अमरजीत भगत के साथ मनोज मंडावी और मोहन मरकाम के नाम भी प्रमुखता से चल रहे हैं।