दुर्ग। नगर निगम, दुर्ग पिछले कई वर्षों से लोगो को साफ पानी पिलाने वादा कर कई करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। वर्तमान में कई प्रोजेक्ट भी संचालित किए जा रहे है, लेकिन हालात जस के तस है। नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डो में अभी भी पुरानी पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है, तो कही वर्षो से पानी टंकी की सफाई नही कराई गई है। जिसका खामियाजा वार्डवासी भुगत रहे है। दुर्ग के कई वार्डो में दूषित पानी की सप्लाई की वजह से लोग गंभीर बीमारी का शिकार हो रहे है इसका सबसे ज्यादा असर बच्चो में पड़ रहा है। आदित्य नगर कैलाश नगर, तितुरडीह जैसे क्षेत्र इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है। दूषित पानी पीने के कारण लोग टाइफाइड जैसी बीमारी से ग्रसित हो रहे है। वहीं निगम कागजो में साफ पानी की आपूर्ति करने के दावे ठोक रहा है। आप को बता दें टाइफाइड कोई सामान्य बीमारी नही है अगर समय रहते बेहतर इलाज न मिल पाये तो मरीज का प्लेटनेस बहुत ही कम हो जाता है और उसकी मौत भी हो सकती है। आप को बता दे 2018-19 में भिलाई दुर्ग में डेंगू का प्रकोप फैला हुआ था उस वक्त कई लोगो को टाइफाइड की भी बीमारी थी और इस कारण कई लोग मौत के मुह में समा गये है। हाल यह है कि स्वास्थ्य अमला सिर्फ डेंगू फैलने की बात कहता रहा है लेकिन हकीकत डेंगू के साथ साथ टाइफाइड भी फैलता है। जिस ओर से निगम प्रशासन पूरी तरह उदासीन है।